बहादुरगढ़: लंच टाइम में घर जाकर न्यायालय कर्मचारी ने की खुदकुशी…मिला सुसाइड नोट”
बडे दुख का विषय है कि आज फिर से एक न्यायालय कर्मचारी द्वारा आत्महत्या की है अभी कुछ दिन पूर्व हमारे एक साथी कर्मचारी पलक साेनी द्वारा भी दबाव में आकर आत्महत्या की गई जिसकी अभी जांच पूरी भी नहीं हुई और फिर से यह घटना घटित हो गई हैा जहां तक इस घटना के सोसाइड नोट की बात है सुसाईड नोट में साफ साफ लिखा है कि जजों के घर में पेंट करवाने से लेकर बर्तन लाने तक के लिये उसने लाखों रूप्ये खर्च किये लेकिन जजों ने उसके पैसे कभी नही लौटाए। मृतक ने दो वकीलों के साथ तीन अन्य लोगों पर भी पैसे के लिये परेशान करने के आरोप लगाए हैं। आरोप न्यायपालिका के जजों पर है इसलिए पुलिस भी फूंक फूंक कर कदम रख रही है। पहले सुसाईड नोट में लिखावट मृतक की ही है इसकी जांच भी पुलिस करवाएगी। लेकिन एक बात ये भी सच है किज्यूडिसियरी की प्रताडना से तंग आकर आत्महत्या करना खुद में एक बड़ा और गंभीर सवाल खड़ा करता है जिसका समाधान भी न्यायपालिका को ही निकालना है।
इस संबंध में हमारे संघ ऑल इंडिया सबऑर्डिनेट स्टाफ एसोसिएशन की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अनुराग श्रीवास्तव जी ओर से जरूर अग्रिम कार्यवाही भी की जायेगी पर इसके साथ ही यह भी जरूरी है कि हम कर्मचारियों को अपनी समस्याओं को लेकर एकजुट होना पडेगा मेरे ख्याल से हर जिले में इस प्रकार की समस्या है जिनका निराकरण किया जाना अत्यन्त आवश्यक हो गया है अन्यथा आने वाले समय में इस प्रकार की घटनाए और बढेंगी और न्यायालय कर्मचारीयों के लिये तो प्रताडना आम बात हो गई है जो कि प्रत्येक कर्मचारी अपने अपने स्तर पर लगातार सहता है या सह रहा होता है परन्तु इसका कोई निश्चित समाधान निकालना अत्यन्त आवश्यक हैा आप अपनी बात सोशल मीडिया के माध्यम से देश के सभी न्यायालय कर्मचारियों तक नीचे दिये लिंक के माध्यम से पहुंचा सकते हैं साथ ही इस पर अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दीजियेगा ताकि इस प्रकार की घटनायें हमारे साथियों के साथ और न घट सकेा
आत्म हत्या कोई समाधान नही है। यह एक कायरतापूर्ण विरोध है।सभी को संगठित होकर उस अधिकारी का घेराव कर आंदोलन करना चाहिये।
बिल्कुल सही कहा आपने
आत्महत्या तो भोगी राम भी कर लेता,
गलत हुआ
Mera salary bi last 4 months se stop hai aur muje abhi bohat pareshaniyo ka samna karna pad raha hai. Leaves k mamle me meri salary stop kar di gayi thi. Please meri apse vinanti hai ki agar is bareme ap kuch meri madad kar sake to kijiye. Mera whatsapp number main yaha pe sens kar raha hu uspar msg kijiyega. Chirag h naik
Assistant
City civil and sessions court
Bhadra, Ahmedabad
Mob.9725377551 whatsapp
Sabhi Court m bahut Bura mahole chal raha karmchare ko parasan kiya jata h
Hm sbhi employees ko unity bnana pdega tbhi iska solution hoga… .
बहुत जल्द आपसे संपर्क किया जाएगा
Judicial officer apne staff ki bahut preshan krte h kyoki transfer krana salary rokna or notice Dena unke haath m hi hota h orto or y log apne power ka apne niji swarth ke liye upyog krte h y har court ki gambhir samsya h y employees ko apna gulam samjhte h unke niji jeevan m bhi preshani peda krte h or kuch bhi nhi hoga y jaache kabhi bi samne nhi aati or Jo Inka virodh krte h unhe ya to suspend kr diya jata h ya prtadit Kiya jata h
Samasya gambhir hai, employee ko unite hona hi hoga, anyatha kal kisi dusre ki bari hogi
समाधान चाहिए औऱ कोई दूसरा विकल्प नहीं है।